Delhi
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव दुर्गेश राय बीते दिन दिल्ली में राज्यसभा सांसद से मुलाकात कर पोलावरम बांध से संबंधित विषयों को संज्ञान में लाया । राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम से दोरला समाज की पीड़ा और विस्थापन को लेकर विस्तार से जानकारी दी । राॅय ने पारंपरिक और पुरातन जनजाति के अस्तित्व को संकट में होने की जानकारी देते हुए अपनी चिंता जाहिर की । ज्ञात हो कि बहुउद्देशीय पोलावरम बांध के निर्माण होने के बाद इसके डूबान क्षेत्र में आने वाले दोरला समाज के हजारों परिवारों सहित अन्य समुदाय के सैंकड़ों परिवारों को विस्थापन किया जाना है ।

इसकी लड़ाई एवमं मांग समय-समय पर राजनितिक दलों के लोग अपने अपने तरीके से उठा रहें है और कई प्रदर्शन भी अंतर्राज्यीय सीमा क्षेत्र ओड़िसा आंध्रप्रदेश छत्तीसगढ़ में विगत कई वर्षों से जारी है । विस्थापन योजना व मुआवजे को लेकर डूबान परिवारों के बीच में कई भांतियां असमंजस के रूप में बनी हुई है । प्रभावितों को समुचित मुआवजा नही मिलने तथा इन राज्यों इस सीमावर्ती क्षेत्र में शिक्षा रोजगार और आवास जैसी बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव होने के साथ जनजातीय संस्कृति भाषा और परंपरा पर भी खतरा मंडराने को लेकर सांसद नेताम से मिलकर संज्ञान में लाया गया है । कांग्रेस सचिव दुर्गेश राय से मिली जानकारी अनुसार इस पर राज्यसभा सांसद मामले को राज्यसभा में उठाने का आश्वासन
दिया है और केंद्र सरकार से जवाब मांगने तथा दोरला समाज की आवाज को राष्ट्रीय मंच देने की बात कही है ।