Sukma
प्रति वर्ष की भांति इस बार भी मुस्लिम समुदाय ने जश्ने ईद मिलादुन्नबी हर्षोल्लास के साथ मनाया । इस बार खास बात यह है कि दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय द्वारा अपने पैगंबर मोहम्मद साहब की विलादत की साला 1500 वीं मना रहे है । ज्ञात हो कि मुस्लिम समाज के सबसे प्यारे आका प्यारे नबी जो कि दुनिया भर के लोगों को अमन-चैन का रास्ता दिखाया मुस्लिम समाज के आखिरी नबी का जन्म इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी-उल-अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है।

बेहद खास इस दिन को पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इस दिन लोग इबादत करते हैं। पैगंबर साहब के आदर्शों को याद करते हैं । और ईद-ए-मिलाद-उन-नबी दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा विशेष रूप से मनाया जाने वाला एक पर्व है । अंजुमन इस्लामिया कमेटी सुकमा एवमं मस्ताना उर्स कमेटी के जानिब से नगर के अनेक चौक चौराहों में खास सजावट की गई थी । मिलादुन्नबी के एक दिन पूर्व नगर में बाइक रैली का आयोजन किया गया । ईद के खास मौके पर जुलूस निकाल गया जिसमे समुदाय के बच्चे बड़े बुजुर्ग शामिल हुए । इसके बाद जामा मस्जिद सुकमा पहुंच कर परचम फौसी के बाद फातिया खानी की गई । और दुनिया के तमाम इंसानों के लिए अमन-चैन की दुआ की गई । इसके देर संध्या के अब्दुल कलाम आजाद भवन में आम लंगर का एतमाम किया गया ।