Sukma
कोंटा एरिया कमेटी व पामेड़ एरिया कमेटी में लम्बे समय से सक्रिय छः नक्सलियों को सरेंडर कराने में सुरक्षा बलों को सफलता मिली है । पुनर्वास नीति एवं नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर सरेंडर करने वाले नक्सलियोें में एक नक्सली दम्पति ईनामी दस लाख रूपए सहित कुल चौबीस लाख रुपए के ईनामी हार्डकोर नक्सली शामिल है । दस लाख ईनामी नक्सल दम्पति एवं एक महिला व पुरूष नक्सली पर पांच पांच लाख एवं दो पुरूष नक्सली पर दो दो लाख रुपए कुल 24 लाख रूपये के ईनाम घोषित था । सभी सरेंडर नक्सलियों को प्रोत्साहित कराने में जिला बल, डीआरजी की विशेष सूचना शाखा सुकमा एवं रेंज फिल्ड टीम आरएफटी कोंटा, सहित सेकंड व पचास वीं बटालियन तथा 212, 217, 219 बटालियन सीआरपीएफ की विशेष भूमिका रही ।
हार्डकोर नक्सलियों में सरेंडर करने वाले महिला नक्सली कमला उर्फ बण्डी पति पवन उर्फ कमलू हेमला सिलगेर एलओएस कमाण्डर,एसीएम ईनामी पांच लाख निवासी पामलूर थाना किस्टाराम पवन उर्फ कमलू हेमला पिता सुक्कू,दक्षिण सब जोनल ब्यूरो प्रेस टीम लेपटॉप आपरेटर एसीएम ईनामी पांच लाख निवासी सावनार मूकापारा थाना गंगालूर जिला बीजापुर, बण्डू उर्फ बण्डी सोड़ी,दक्षिण सब जोनल ब्यूरो समन्वय दलम एसीएम ईनामी पांच लाख निवासी आमापेंटा थाना किस्टाराम महिला नक्सली माड़वी नागुल सुशीला, किस्टाराम एलओएस डिप्टी कमाण्डर एसीएम ईनामी पांच लाख निवासी ग्राम बडेकेवाल थाना चितंगुफा, कुंजाम रोशन उर्फ महादेव प्लाटून नम्बर चार का पार्टी सदस्य, ईनामी दो लाख,निवासी भण्डारपदर थाना भेज्जी सहित दशरू उर्फ कोटेश पूर्व सीसीएम सुदर्शन उर्फ दूला दादा का गार्ड पामेड़ एरिया कमेटी पार्टी सदस्य ईनामी दो लाख निवासी बुर्कलंका थाना किस्टराम ने आज नक्सल संगठन को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कार्यालय, में आनंद सिंह राजपुरोहित डीआईजी सूरजपाल सिंह वर्मा, डीआईजी सीआरपीएफ तथा एसपी किरण चव्हाण, दीपक कुमार श्रीवास्तव, कमांडेंट 212 वाहिनी सीआरपीएफ, कर्मवीर सिंह यादव ,द्वितीय कमान अधिकारी 219 वहिनी सीआरपीएफ, अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा एवं मनीष रात्रे, उप पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स सुकमा, राकेश कुमार ठाकुर, सहायक कमांडेंट सेकंड बटा.के समक्ष बिना हथियार के सरेंडर किया । उक्त सभी आत्मसमर्पित नक्सली को छग नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति के तहत् सहायता 25- 25 हजार रूपए से प्रोत्साहन करते हुए आला अधिकारियों ने कपड़े प्रदान किए ।
सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों का नक्सल संगठन में सक्रिय अवधि का विवरण देते हुए । सीआरपीएफ डीआईजी आनंद सिंह ने कहा अब इनको भी समझ आ रहा कि राष्ट्र विरोधी व असामाजिक गतिविधियों का कोई हल नही, भविष्य नही । या तो सुरक्षा बलों पुलिस से बात करें, या मुख्यधारा में आकर समाज का हिस्सा बनें, देश व समाज के विकास में योगदान दें । वहीं सुकमा एसपी ने भी बड़े कैडर के साथ काम किए नक्सलियों की जानकारी देते हुए, नक्सलियों से सरेंडर करने की अपील की है ।